९ अगस्त , २०१८ , विश्व नेटिव दिवस जलावोगे तो राख बनूँगा दफनावोगे तो खाक बनूँगा फेंकोगे गर कूड़े में मुझे तो नेटिविसम की खाद बनूँगा ! चाहे राख बनु या खाक बनु उपजावु आग होगी मेरी अंगारो पे चला जला हूँ मैं फीनिक्स सी उडान है मेरी। नेटिविज़्म की ज्योत है ये सूरज से भी तेज आभा होगी जहा ना रवि, कवी पुहचेगा वो हर दर, मेरा दर होगा। अलख जगाई नेटिविज़्म की मैं मिटूंगा पर नहीं मिटेगा ये विश्व में जहा मानव होगा मै नेटिव अब ये नारा होगा। नेटिविस्ट राउत का जन्मदिन नेटिविस्ट दिवस माना जाएगा ९ अगस्त से २४ अगस्त अब विश्व नेटिविज़्म पखवारा होगा। #जनसेनानी #Jansenani कल्याण ९ अगस्त , २०१८ , #विश्व_नेटिव_दिवस
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हम है हिन्दू , हम है नेटिव ; ईरानी , अरब , अफगानी , ग्रीक लोगो ने विदेशी ब्रह्मिनो को हिन्दू नहीं बल्कि बम्मन , पंडत के नाम से ही जाना है , फुकारा है ब्रह्मिनो को ेउन्हो ने कभी हिंदुस्तानी , हिन्दू , हिन्दू धर्मी नहीं माना। खुद ब्राह्मण भी कहते रहे है वे विदेशी है , ब्राह्मण है , ब्राह्मण धर्मी है। तब हिन्दू किसे कहा गया ? हिंदुस्तानी लोगो को जो गैर ब्राह्मण है , नेटिव है। इनके धर्म को हिन्दू धर्म कहा गया। काम से काम १३०० साल इस देश को हिंदुस्तान कहा गया। १८५७ की जंग हिंदुस्तान के बादशाह , जफ़र शाह के नेतृत्व में लढा गया ,गर विदेशी ब्रिटिश हर जाते तो आगे भी बहादुर शाह का राज होता और वो हिंदुस्तान का सम्राट। उस समय जब अंग्रेजो से जंग लड़ी जा रही थी तब भी लड़ने वाले लोगो का नारा था हिंदुस्तान की जय , जय हिन्द। हिन्दू मतलब गैर ब्राह्मण , हिंदुस्तान मतलब गैर ब्राह्मण लोगो का देश। हिन्दू में ९७ पैर सेण्ट लोग कंसोलिडेट हुवे है। हम यहाँ धर्म की बात नहीं करते। हिन्दू में जैन है , सिख है , मुस्लिम है , क्रिसीटीएन है , बुद्धिस्ट ...
विदेशी ब्रह्मिनो की कितनी बात मानते हो ? विदेशी ब्रह्मिनो ने कहा गौतम बुद्ध उनके ब्राह्मण धर्म के मुताबिक उनके ब्राह्मण धर्म के एक देवता विष्णु जो की चारित्र्य हिन् और बलात्कारी देखा जाता है उसका अवतार है। क्या ये बात आप मानते है ? विदेशी ब्रह्मिनो ने कहा बुद्ध की माँ के कोख में हाथी समां गया और वो सिद्धार्थ के रूप में जन्मा , क्या आत्मा हठी के रूप में होता है ये बात आप मानते क्या ? सिद्धार्थ जन्म लेते ही तीन कदम चले , क्या ये बात आप मानते हो जब की नव जन्मे बच्चे रेंगते तक नहीं। विदेशी ब्राह्मण कल कहेंगे बौद्ध धर्म में जाती वर्ण है , बुद्ध क्षत्रिय थे , कौशलायन ब्राह्मण थे , आंबेडकर महार थे आदि क्या ये बात ब्राह्मण कहेंगे तो मान लेंगे ? हम बार बार कह रहे है विदेशी ब्राह्मण धर्म अलग है , नेटिव हिन्दू धर्म अलग है। विदेशी ब्राह्मण धर्म का धर्म ग्रन्थ है वेद और कानून है मनुस्मृति। नेटिव हिन्दू धर्म का धर्म ग्रन्थ है बीजक और कानून है हिन्दू कोड बिल। वेद, भेद , वर्ण ,जाती , ऊंचनीच ,अस्पृश्यता विदेशी ब्राह्मण धर्म के धर्म के किताबो में है , वह नेटिव हिन्दू धर...
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